दो दिलों की एक सिसकती हुई अधूरी दास्तान.. | क़िस्त 04 (अंतिम क़िस्त)
An Incomplete Story of Two Tragic Hearts | Part 04 सनम घर मे दाखिल हुई और सीधे कमरे मे चली गयी. उसका दिल बेचैन हो रहा था. उसको अपने किए पर अफ़सोस था. उसने सोचा बिना दूसरे इंसान का नजरिया…