कुमार विश्वास : पढ़ाई बीच में छोड़ी, प्रेमिका के प्रेम में बने कवि, जानिए इनकी फिल्मी कहानी

Kumar Vishwas,‌ Famous Poet, And Politician: A Journey Through Networth, Lifestyle, And More

Kumar Vishwas

Kumar Vishwas की अनोखी कहानी

वैसे तो हमारे भारत में एक से बढ़कर एक शानदार कवि हैं। लेकिन जब बात सबसे महान कवि की आती है, तो कुमार विश्वास का नाम पहले नंबर पर लिया जाता है। कुमार विश्वास एक ऐसे कवि हैं, जिन्होंने पढ़ाई छोड़कर अपने लेखन के जुनून को अपना करियर बनाया। साहित्य के क्षेत्र में कुमार विश्वास ने एक से एक कविताएं, रचनाएं और गाने लिखे हैं।

इनके द्वारा लिखे गए गानों में से एक गाना “कोई पागल कहता है, कोई दीवाना कहता है” आज भी लोगों की जुबान पर है। अपने हुनर के कारण यह करोड़ों दिलों पर राज करते हैं।

कुमार विश्वास के द्वारा लिखी गई कविताओं को पढ़कर आज युवा प्रेरणा ले रहे हैं। शायद ऐसा कोई प्रेमी न होगा, जिसने कुमार विश्वास के द्वारा लिखी गई रोमांटिक शायरी और कविता न पढ़ी होगी। आज सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी कविताओं से इन्होंने सबका दिल जीता है। लेकिन इनके लिए यहां तक पहुंचना इतना आसान नहीं था। इस सफर में इन्होंने काफी मुश्किलों का सामना किया। लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारी।

इनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया, जब इनके पास रहने के लिए घर भी नहीं था। फिर भी इन्होंने कविता लिखना बंद नहीं किया और अपने इस जुनून के कारण इन्होंने एक अलग पहचान बनाई। कुमार विश्वास कवि होने के साथ-साथ एक प्रसिद्ध राजनेता भी रह चुके हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम कुमार विश्वास के संघर्ष की कहानी तो पढ़ेंगे ही, साथ ही इनकी लव स्टोरी के बारे में भी जानेंगे।

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कुमार विश्वास का जीवन परिचय – Kumar Vishwas Biography In Hindi

वास्तविक नाम

कुमार विश्वास

जन्मतिथि

10 फरवरी 1970

उम्र

54 वर्ष

जन्म स्थान

पिलखुवा, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)

पेशा

हिंदी कवि और राजनेता

पार्टी

आम आदमी पार्टी

धर्म

हिंदू

जाति

ब्राह्मण

शिक्षा

हिंदी में ग्रेजुएट, एमए और पीएचडी

कॉलेज

मेरठ विश्वविद्यालय (उत्तर प्रदेश)

करोड़ों दिलों पर राज करने वाले कुमार विश्वास की इफ्तिताही कहानी। Kumar Vishwas Initial Journey

कुमार विश्वास की इब्तिदाई ज़िन्दगी, बचपन और खानदान | Earlier Life, Kumar Vishwas Childhood, Family And Love Story

भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार कुमार विश्वास का जन्म 10 फरवरी 1970 को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हुआ था। यह ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनके पिता का नाम चंद्रपाल शर्मा और माता का नाम रमा शर्मा है। इनके पिताजी कॉलेज में Lecturer रह चुके हैं।

कुमार विश्वास की शुरुआती ज़िंदगी, शिक्षा और संघर्ष के बारे में जानें, कैसे भारत के महान कवि और साहित्यकार बने

कुमार विश्वास ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव पिलखुवा से प्राप्त की है। इन्होंने राजपूताना रेजीमेंट इंटर कॉलेज से 12वीं पास की है। इनके पिताजी ने इनका एडमिशन एक फेमस इंजीनियरिंग कॉलेज में करवा दिया था। लेकिन कुमार विश्वास इंजीनियर नहीं, बल्कि कुछ और ही बनना चाहते थे।

इन्हें बचपन से ही कविताओं और साहित्य में काफी ज्यादा रुचि थी। इसलिए इन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। पढ़ाई छोड़ने के बाद इन्होंने साहित्य में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और उसके बाद एमए कंप्लीट किया। वहीं इन्होंने साहित्य में पीएचडी भी कर ली थी।

लाखों युवाओं को दिखाई है नई राह – Kumar Vishwas Motivational Poem

Kumar Vishwas Famous Quotes – कुमार विश्वास ने बहुत सारी रोमांटिक कविताएं, मोटिवेशनल कविताएं और सैड कविताएं भी लिखी हैं। इनके द्वारा लिखी गई कामयाबी की कविताओं को पढ़कर लाखों युवा प्रेरणा ले रहे हैं। युवाओं को इनकी कविताएं पढ़कर जिंदगी में नई राह मिली है। कभी ना कभी तो कुमार विश्वास की कविताएं आपने भी जरूर पढ़ी होगी।

कॉलेज ड्रॉप आउट से महान कवि बनने तक का सफर | Kumar Vishwas Journey To Become Renowned Poet

कुमार विश्वास के करियर की शुरुआत साल 1994 में हिंदी के टीचर के रूप में हुई थी। इसके बाद इन्होंने अपने करियर में गीत, शायरी और कविताएं लिखना शुरू किया। इनके द्वारा लिखी गई शायरी और कविताओं को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। देश दुनिया में चल रही घटनाओं के आधार पर भी कुमार विश्वास कविताएं लिखते हैं। इसके अलावा कुमार विश्वास के द्वारा लिखी गई दो रचनाएं कोई दीवाना कहता है और इक पगली लड़की के बिन प्रकाशित भी हो चुकी है।

यह अपने करियर में हजारों कवि सम्मेलन में हिस्सा ले चुके हैं। भारत के अलावा सिंगापुर, नेपाल, ब्रिटेन, दुबई, आबु धाबी और अमेरिका में भी यह कविता पाठ में भाग ले चुके हैं। सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशी भी इनकी कविताओं और रचनाओं को काफी ज्यादा पसंद करते हैं।

कुमार विश्वास की प्रमुख कविताएं | Kumar Vishwas Famous Poetry

कुमार विश्वास ने वैसे तो मोटिवेशनल, असल जिंदगी, रोमांटिक शायरी और कविताएं भी लिखी हैं, लेकिन इन्हें रोमांटिक शैली (श्रृंगार रस) के कवि के रूप में ज्यादा जाना जाता है। अपने करियर में इन्होंने एक से एक शानदार कविताएं लिखी हैं। इनकी फेमस कविताओं में से एक जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता है। कुमार विश्वास का गाना कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है, इनके द्वारा लिखे गए सभी गानों में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। चलिए कुमार विश्वास के द्वारा लिखी गई कविताओं में से कुछ प्रमुख कविताएं जान लेते हैं –

  • साल मुबारक
  • तुम्हे मैं प्यार नहीं दे पाऊँगा
  • महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है
  • बाँसुरी चली आओ
  • हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें
  • नेह के सन्दर्भ बौने हो गए
  • होठों पर गंगा हो, हाथों में तिरंगा हो
  • मैं तो झोंका हूँ
  • बात करनी है, बात कौन करे
  • देवदास मत होना
  • एक पगली लड़की के बिन
  • रंग दुनिया ने दिखाया है
  • हो काल गति से परे चिरंतन
  • उनकी ख़ैरो-ख़बर नहीं मिलती
  • तुम्हारा फ़ोन आया है
  • प्रीतो!
  • मैं तुम्हें ढूंढने स्वर्ग के द्वार तक

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है! एक नज़म जो रूह के जज़्बात को छु लेती है!

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है! कुमार विश्वास की एक नज़म जो रूह के जज़्बात को छु लेती है। इस का हर एक लफ्ज़, जज़्बात का सफर है। कुमार विश्वास की इस नज़म में, मोहब्बत के रंग है, जो इसके हर अलफ़ाज़ में बसा हुए हैं ।. यह कोई आम नज़म नहीं है, बल्कि एक ऐसी अनोखी दुनिया का सफर है जहाँ मोहब्बत के रंग ख़ूबसूरती से पेश किये हुवे हैं । हर लफ्ज़, हर अल्फ़ाज़, हर भाव, सब कुछ है इस नज़म में! यह एक सफर है, जिसमे मोहब्बत और दुनिया का मिलान का एक अनोखा अनुभव है।

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है!

कुमार विश्वास का राजनीतिक कैरियर | Kumar Vishwas Political Career

कुमार विश्वास प्रसिद्ध कवि होने के साथ-साथ राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। यह साल 2011 में जन लोकपाल को लेकर अन्ना हजारे के द्वारा शुरू किए गए आंदोलन में सदस्य बने थे। यही वह आंदोलन था, जब आम आदमी पार्टी की नींव रखी गई थी। यह आम आदमी पार्टी के मुख्य सदस्यों में से एक थे।

साल 2014 में इन्होंने लोकसभा चुनाव में टिकट लेकर चुनाव लड़ा था। इन्होंने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लेकिन इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। साल 2015 में यह फिर से दिल्ली विधानसभा के चुनाव में शामिल हुए थे। लेकिन यह कैंडिडेट नहीं बने थे। इन चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक तरफा जीत हासिल की थी, जिसमें इनका काफी बड़ा योगदान था।

इनके राजनीतिक कैरियर में इन पर कई प्रकार के आरोप भी लगे थे। दिल्ली के जंतर मंतर में जब कुमार विश्वास आंदोलन कर रहे थे, तो इन्होंने दिन रात अपना सहयोग देकर आंदोलन को कामयाब बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। साल 2013 में दिल्ली चुनाव में भी यह नजर आए थे। अब कुमार विश्वास बेशक राजनीतिक दुनिया को छोड़ चुके हैं। लेकिन आज भी इनके द्वारा किए गए सहयोग को याद किया जाता है।

कुमार विश्वास की जाती दुनिया | Kumar Vishwas Love Story in Hindi

कुमार विश्वास की लव स्टोरी भी इतनी ही ज्यादा यूनिक है, जितनी ज्यादा इनकी कविताएं हैं। इनकी प्रेम कहानी राजस्थान के अलवर के कॉलेज से शुरू हुई थी। जिस कॉलेज में कुमार विश्वास लेक्चर थे, उसी कॉलेज में मंजू भी हिंदी की प्रोफेसर थी। मंजू का स्वभाव काफी ज्यादा अच्छा था, जिसके कारण कुमार विश्वास मंजू के प्यार में गिरफ्तार हो गए थे।

एक दिन मंजू और कुमार विश्वास ने अपने दिल की बात एक दूसरे से कह दी और दोनों ने जन्मो जन्म तक साथ रहने का फैसला किया। लेकिन दोनों के घरवाले नहीं माने। कुमार विश्वास मंजू से बहुत प्यार करते थे और उनका साथ नहीं छोड़ना चाहते थे। इसलिए इन्होंने परिवार की इजाजत के बिना पहले मंजू से कोर्ट में और फिर मंदिर में शादी कर ली।

लगभग 2 साल बाद इनके परिवार वालों ने इन्हें स्वीकार कर लिया था। कुमार विश्वास ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने बहुत बार मंजू के लिए शायरी लिखी थी और यहीं से इन्हें रोमांटिक शायरी लिखना अच्छा लगने लगा।

कुमार विश्वास का परिवार | Kumar Vishwas Family

पिता का नाम

चंद्रपाल शर्मा

माता का नाम

रामा शर्मा

पत्नी का नाम

डॉ मंजू शर्मा

बच्चों का नाम

अग्रता विश्वास और कुहू विश्वास

पसंदीदा चीजें | Kumar Vishwas Favourite Things

पसंदीदा नेता

अरविंद केजरीवाल

पसंदीदा कवि

रामधारी सिंह दिवाकर

पसंदीदा खेल

क्रिकेट

कुमार विश्वास की सफलता और अवार्ड | Kumar Vishwas Awards

कुमार विश्वास एक सफल साहित्यकार हैं। इनके द्वारा लिखी गई कविताओं और रचनाओं को हर उम्र के लोग पढ़ना पसंद करते हैं। इन्हें अपने करियर में कई सफलताएं मिली हैं। इन्हें भारत में ही नहीं, बल्कि विदेश से भी कई प्रकार के अवार्ड मिल चुके हैं। आइए एक नजर डालते हैं कुमार विश्वास के अवार्ड्स पर –

  • साल 1994 में कुमार विश्वास को डॉ. कुंवर बाइचेन काव्य सम्मान और पुरस्कार समिति के द्वारा काव्य कुमार पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • साल 2004 में कुमार विश्वास को उन्नाव में साहित्य भारती द्वारा डॉ. सुमन अलंकरण पुरस्कार मिला था।
  • साल 2006 में हिंदी-उर्दू पारितोषिक लॉफ्टेड से भी नवाजा गया था।
  • साल 2010 में बदायूं में डॉ. उर्मिलेश जन चेतना समिति के द्वारा इन्हें डॉ. उर्मिलेश “गीत श्री” सम्मान से भी नवाजा गया था।

कुमार विश्वास की स्टेज परफॉर्मेंस और कवि सम्मेलन | Kumar Vishwas Stage Show

कुमार विश्वास भारत के साथ साथ विदेशों में भी कार्यक्रम करने के लिए जाते हैं। इन्होंने दुबई, सिंगापुर, अबू धाबी और मस्कट जैसे देश में इंटरनेशनल लेवल पर भी परफॉर्मेंस की है। भारत में यह आईआईटी रूडकी, बिट्स पिलानी, एनआईटी पटना, आईआईएम लखनऊ, एनआईटी त्रिची, एनआईटी जालन्धर, एमएनआईटी इलाहबाद, एलएनसीटी भोपाल और जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में अपनी परफॉर्मेंस दिखा चुके हैं।

कुमार विश्वास की दौलत, घर और कार कलेक्शन | Kumar Vishwas Net Worth, House And Car Collection

साल 2014 में इन्होंने एक हलफनामा दर्ज किया था। हलफनामे के अनुसार इनकी सालाना कमाई 27 लाख रुपए है। मौजूदा समय में इनकी कुल नेटवर्थ 4.2 करोड़ रुपए है। इनके पास 3.8 करोड रुपए की कुल संपत्ति है। गाजियाबाद के वसुंधरा में इनका एक फ्लैट है। जिसकी कीमत 90 लाख रुपए तक है। इसके अलावा ऋषिकेश में भी इनके पास 12 लाख रुपए के दो फ्लैट हैं। कुमार विश्वास के पास 12 लाख की टाटा एरिया और 5 लाख‌ की इनोवा गाड़ी भी है। इनके पास लगभग 26 लाख रुपए के जेवर भी हैं।

कुमार विश्वास से जुड़े हैं, कई विवाद | Kumar Vishwas Controversy

कुमार विश्वास का करियर काफी शानदार रहा है। लेकिन इनका नाम कई विवादों से भी जुड़ चुका है। इनका विवादों से पुराना रिश्ता है। इन्होंने एक बार अपने कवि सम्मेलन के दौरान हिंदू देवी देवताओं और इमाम हुसैन पर आलोचनात्मक टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद मामला इतना ज्यादा बढ़ गया था कि इन्हें हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी थी।

इसके अलावा फरवरी 2023 में भी कुमार विश्वास एक विवाद में फंस गए थे। दरअसल कुमार विश्वास अब कवि से कथावाचक भी बन गए हैं। भारत में इनकी अलग-अलग जगहों पर कथाएं चलती हैं। फरवरी में यह कथा करने के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन में गए थे। कथा के दौरान ही इन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया था कि पूरे मध्य प्रदेश में इनके खिलाफ नारे गूंजने लगे थे।

जहां-जहां भी इनके पोस्टर लगे थे, वहां पर कालस पौथ दी गई थी और पोस्टर भी फाड़ दिए गए थे। दरअसल इन्होंने कथा के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़ कह दिया था, जिसके कारण काफी बवाल हो गया था। फिर कुमार विश्वास ने हाथ जोड़कर सबसे माफी मांगी थी।

एक बार इन्होंने वाल्मीकि समुदाय के बारे में भी कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। जिसके बाद वाल्मीकि समुदाय के लोगों के द्वारा इन पर केस दायर कर दिया गया था। फिर उसके बाद इन्होंने अपनी गलती की माफी मांगी थी।

कुमार विश्वास के बारे में कुछ सवाल | FAQs

कुमार विश्वास की नेटवर्थ कितनी है?

कुमार विश्वास की नेटवर्थ 4.2 करोड़ रुपए के आस-पास है।

कुमार विश्वास की फीस कितनी है?

15 से 20 मिनट के शो के लिए कुमार विश्वास लगभग 10 लाख रुपए तक लेते हैं।

कुमार विश्वास की उम्र कितनी है?

54 वर्ष (2024 में)।

कुमार विश्वास की बुकिंग करने के लिए कांटेक्ट नंबर क्या है?

+91-9643425961

Amaan

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