तेरी उल्फत में | रिवेंज एट इट्स बेस्ट! | क़िस्त 04

Teri Ulfat Main | Unexpected Twists – Revenge At It’s Best | Part 04

Unexpected Twists - Revange At It's Best

Unexpected Twists | Ghair Mutwaqa Mor | ग़ैर मुतवका मोर

कुछ दिन ऐसे ही मज़े में बीते। सब अच्छा चल रहा था। अरसलान और उसके दोस्त की स्टडीज, उसके बाद अरसलान और न्यूटन की जॉब सब कुछ अच्छा बीत रहा था। कुल मिला कर चंडाल चौकड़ी की जम रही थी। लेकिन ये सब ऐसे नहीं रहने वाला था। उस दिन सना और हिना, दोनो कैंटीन में पहुंची तो परेशान थीं। सब ने पूछा कि क्या हुआ? तो सना रोने लगी। यह देख अरसलान, राज, रोहित और न्यूटन उसे चुप कराने लगे और हिना से पूछने लगे कि क्या हुआ?

हिना बोली “मैं और सना आज मार्केट से आ रहे थे। रास्ते में जब हम यूनिवर्सिटी कैंपस के लिए मुड़े तो वह जो खाली रोड है उसपर ज़ैन के फालतू दोस्त खड़े थे। उन लोगों ने हम लोगों पर फब्तियां कसी और हम दोनो को स्कूटी से गिरा भी दिया। फिर उसमे से एक ने तो मेरे बाल भी खींचे। उस जगह को अड्डा बना लिया है ज़ैन और उसके लफंगे दोस्तो ने।”

ये कह के हिना भी रुसवा सी हो गई। अरसलान और उसके दोस्तों का खून खौल गया। अरसलान वहां से उठकर चला गया, पीछे-पीछे राज और बाकी सब भी थे। अरसलान ने कहा, “चलो आज ज़ैन की हीरो गिरी खत्म कर ही देते हैं।” इतना कह कर अरसलान तेज कदमो से यूनिवर्सिटी कैंपस से चला गया। पीछे पीछे बाकी भी हो लिए। थोड़ी दूर पर पेड़ के नीचे कुछ लड़के खड़े थे।

मिट्टी के शेर और असली शेर!

अरसलान और बाकी उनके पास पहुंचे, और बोले “क्या आप लोगों के अंदर शराफत बिल्कुल खत्म हो गई है जो आप लोग आने जाने वाली लड़कियों से इतनी बदसलूकी करते हैं?”

उनमे से एक बोला “हमारा दिल, हम कुछ भी करें। तेरे को लेक्चर देने को नहीं बोला। तू जानता नहीं क्या ज़ैन को। हम उसके दोस्त हैं। किसी में इतना दम नहीं जो हमसे ऊंची आवाज में बात करे, चल जा किस लिए अपनी शामत बुला रहा है। “

अरसलान बोला “पता है ज़ैन नाम का कार्टून कौन है, ज़रा ज़ैन से भी पूछो कि उसका हाथ कैसा है जो मैंने मोड़ा था। तुम सब उस कार्टून का दम भर रहे हो, जिसमे इतना दम नहीं कि अकेले किसी से आंख मिलाकर बात कर सके।”

इस पर एक दसरा लड़का बोला “ओह तो तू है वह नया हीरो! चल पता तो चले कितना दम है तेरे में। ज़ैन ने बताया था कि तेरी क्लास लेनी है, चल आज देखते हैं।” इतना कहकर उस लड़के ने चाकू निकाला और अरसलान पर हमला किया।

अरसलान ने उसके हाथ को बीच में ही रोका, और उसके गले को एक हाथ से पकड़ लिया। दोनो हाथो का ज़ोर लगाने लगा, एक कलाई पर और दूसरा गर्दन पर। अरसलान की गिरफ्त ज़बरदस्त थी। वह लड़का उसे छुड़ाने लगा। बाकी साथी आगे बढ़े तो राज, रोहित और न्यूटन भी पीछे ना रहे।

एक जोरदार लड़ाई शुरू हो गई। चाकू, ब्लेड, हॉकी सब इस्तेमाल हुए, लेकिन काम ना आए। मिट्टी के शेर असली शेरों के आगे बिखर गए, कुछ देर बाद वो लड़के जमीन सूंघ रहे थे। उनकी हॉकी स्टिक उन पर ही तोड़ डाली गई।

अरसलान बोला, “ये जो चाकू-छुरियां तुम दिखाकर हमको डरा रहे थे, एक गलती कर गए। अभी तक तुम लोगों का सामना मर्दों से नहीं हुआ। ये चाकू-छुरियां कोई भी रख लेता है, पर उसे किसी मर्द के आगे चलाना, तुम जैसे गिरे हुए लोगों के बस का नहीं। देख लो अपना हाल।”

राज बोला “चलो चला जाए। कूड़ा उठाने के लिए अब क्या रुकना।”

अरसलान बोला “रुको राज, वैसे ही इन लोगों की कोई इज्जत नहीं है, पर इनको पता चलना चाहिए की लड़की की इज्जत क्या होती है जो ये लोग सारे आम रोज उतारने की कोशिश करते हैं।”

रोहित बोला “अब क्या करना है? इतनी मार तो शायद इनके मां-बाप ने भी नहीं मारी होगी।”

अरसलान बोला “देखते जाओ, पर पहले इन नमूनों को बांध दो एक साथ, इस पेड़ से, जिसके नीचे ये अपना अड्डा बनाए हुए हैं।”

राज बोला “रस्सी कहाँ से लाए?”

न्यूटन बोला “इनकी शर्ट्स जो फट गई है, किस दिन काम आएगी?”

फिर क्या था आनान फानन में वो लड़के पेड़ से बंधे थे। फिर अरसलान ने उनके चाकू को उठाया, और उनके पास जाकर बोला “इसका एक इस्तेमाल मैं तुम्हें दिखाता हूं।”

फिर अरसलान ने उसी चाकू से उनका सर गंजा करना शुरू किया। उसे देख बाकी भी जुट गए। कुछ देर के बाद सब के सर गंजे थे और जिनकी मूंछें थीं, वो आधी थीं।

न्यूटन बोला “यार जरा सा मेकअप कर देते हैं।” फिर वो उन्हीं की बाइक्स का ग्रीस निकालकर, उनके चेहरे पर मलने लगा।

तभी वहां हिना और सना भी कुछ दूसरे स्टूडेंट्स के साथ आ गईं। उन लफंगों का ये हाल देखकर सब हसने लगे। तबी वहां से ज़ैन और कशिश कार से गुज़रे। ये देख वो लड़के चिल्लाने लगे “ज़ैन हमें छुड़ाव।” पर ज़ैन इतने सारे लोगों को देख वहां से चला गया। कशिश अरसलान को घूरती रही। उसका खूबसूरत और गुलाबी चेहरा और लाल होता चला गया।

ये देख अरसलान बोला “लो देख लो जिसका तुम दम भर रहे थे वो तो खुद भाग गया। ये सुन बाकी सब हसने लगे।” फिर अरसलान और बाकी लोग भी वापस आ गए।


Emotional Rollercoaster | इमोशनल रोल्लेर्कोस्टर

थोड़ी के देर बाद वो सब एक साथ कैंटीन में बैठे हुए थे। सना ने अरसलान और सबसे कहा, आज मुझे तुम सबकी दोस्ती पर बहुत ज़्यादा फख्र महसूस हो रहा है। अरसलान, राज, रोहित और न्यूटन मैं तुम लोगों का किस मुंह से शुक्रिया अदा करूं कह नहीं सकती। आज तुम लोगों ने जो हमारे लिए किया है, उसका बदला हम दोनों चाहकर भी नहीं पूरा कर सकते।

हिना बोली हम दोनों के लिए तुम सब उन लफंगो से भिड़ गए। उन्हें सबक सिखाया। तुम्हें थोड़ी भी अपनी जान तक की फ़िक्र ना थी, थैंक्स गायिज़। थैंक्स अ लॉट। कोई और होता तो कभी हमारे लिए इतना नहीं करता, जितना तुम लोगों ने हमारे लिए किया है। इतना कहते ही उन दोनो की आंखें आंसुओं से नम होती चली गईं, और गला रुंध गया। और दोनों एक दूसरे की तरफ देखने लगीं।

इतने में अरसलान बोला “वह यार कमाल करती हो तुम दोनों भी। तुम लोगों ने ही उस दिन मुझसे कहा था कि हम लोगों के बीच कभी भी कोई थैंक्स या सॉरी जैसे शब्द इस्तेमाल नहीं होंगे। और आज तुम लोग ही ऐसी बातें कर रही हो। यह तो गलत बात है न। तुम दोनों थैंक्स बोलकर हमारी दोस्ती के रूल्स तोड़ रही हो। और हम लोगों ने कोई भी ऐसा बड़ा काम तो किया नहीं, बस वही किया जो सही था। और आगे भी वही करेगें जो सही रहेगा। इसलिए तुम दोनों कभी भी खुद को अकेला नहीं समझना, ठीक है?।”

हिना और सना मुस्कुराते हुए बोली “ठीक है, अगली बार से ऐसा कभी नहीं होगा”।

रोहित बोला “हां यार, और मेरी बॉडी भी तो काफी टाइम से जंग खा रही थी, कल सपने में मेरे अर्नोल्ड अंकल और सलमान भाई आए थे और कहने लगे कि यह बॉडी किसी काम भी ले आ। वो दोनों मुझसे बहुत ज़्यादा नराज थे। अब मैंने अपनी बॉडी का सही यूज़ किया है, इसी बहाने अब वो भी खुश हो गए होंगे।”

न्यूटन बोला “हां इसी बहाने मुझे भी थोड़ा हीरो गिरी करने का मौका मिल गया, वरना बार-बार ऐसा मौका कहां मिलता है, है न राज।” राज ने भी हां में हां में हां मिलाई।

फिर राज बोला “यार आज हमने तुम लोगों का बदला लिया है। अगर कभी भी कुछ लड़कियां हम जैसे स्मार्ट बंदो को छेड़ें तो तुम लोग भी बदला उतार देना।” इस पर सब लोग खुशी से खिलखिला कर ज़ोर-ज़ोर से हंसने लगे।

तभी वहां पर गुस्से में कशिश पहुंची। और गुर्रा कर बोली “अरसलान खान, तुमने और तुम्हारे दोस्तों ने आज जो किया है, वह बिल्कुल भी अच्छा नहीं किया। यह तुम लोगों ने खुले आम हम लोगों से लड़ाई मोल ले ली है। अब जल्द ही तुम सब इसका अंजाम भुगतने के लिए इंतजार करो। तुम अपने आपको बहुत स्मार्ट समझते हो न, तुम्हें लगता है कि तुम अपनी स्मार्टनेस से सब कुछ हासिल कर लोगे तो यह तुम्हारी गलतफहमी है। तुम्हारा सारा घमंड हम एक बार में ही चूर चूर कर देंगे, इतना याद रखना तुम।”

अरसलान बोला “मोहतरमा, हमने जो भी किया वह बिल्कुल सही किया, कोई भी शरीफ इंसान होता तो वह भी वही करता, जो हम लोगों ने किया। और रही बात अंजाम की, तो किसके भरोसे पर आप इतना दम भर रही हैं, उस कार्टून के भरोसे पर। जिसमें इतनी हिम्मत तक नहीं कि वह यहां हमारे पास खुद आ पाता, उल्टा आपको भेज दिया, हमसे भिड़ने के लिए। हमें धमकी देने का कोई फायदा नहीं है, जाओ आप अपने कार्टून को समझाओ जिसने गलत काम किया है।”

कशिश ने फिर से दहाड़ लगाई “हमको किसी के सहारे की जरूरत नहीं है, हम खुद तुम्हारी इस हरकत का मुंह तोड़ जवाब देंगे। तुम तो बस अब इंतजार करो, अरसलान, इंतजार करो।” फिर वह वहां से पैर पटकती हुई चली गई। अरसलान उसे मस्कुराते हुए देखता रहा।

इस कहानी की पिछली दो किस्तें यहाँ पढ़िए

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तेरी उल्फत में | कॉलेज राइवलरी और लेडी गूगल का करिश्मा | क़िस्त 02

तेरी उल्फत में | ममता की छांव! | क़िस्त 03

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Amaan

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